आहट तेरे कदमोँ की ,
पहले पता चलता
हालत जब देखता
तेरे दिल का
ना जाने जीने ,
को मन करता |
(नवीन कुमार 'आशा'
पहले पता चलता
हालत जब देखता
तेरे दिल का
ना जाने जीने ,
को मन करता |
(नवीन कुमार 'आशा'
मेरे शब्द आजकल कम हो गए , लगता है जैसे राह में हम अकेले हो गए तुलनात्मक अध्ययन की राह में रख दिया है हमको कहो मेरी मुस्कान पर भी अब हर ...
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